अडानी को लेकर कांग्रेस की PM मोदी के खिलाफ सवाली सीरीज, 'हम आपके हैं कौन' फिल्म याद आ गई
कांग्रेस ने कहा कि वो हर रोज पीएम मोदी से तीन सवाल पूछेगी.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद संकट में आए अडानी ग्रुप और उसके प्रमुख गौतम अडानी को लेकर कांग्रेस खुलकर बोल रही है. पार्टी ने इस मुद्दे पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है (Congress Questions PM Modi Govt Adani Issue). रविवार को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने एक लेख में पीएम के ‘अमीर दोस्त’ का जिक्र किया. वहीं सोमवार, 6 फरवरी को कांग्रेस ने घोषणा की है कि वो इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी से हर दिन तीन सवाल पूछेगी. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट में इस सीरीज का नाम भी दिया है- “हम अडानी के हैं कौन”.
सोनिया गांधी ने क्या कहा?सोनिया गांधी ने बजट 2023-23 पर इंडियन एक्सप्रेस के लिए एक आर्टिकल लिखा. इसमें कहा गया,
पीएम मोदी की नीतियों ने गरीब और मध्यम वर्ग के भारतीयों की कीमत पर अपने कुछ अमीर दोस्तों को फायदा पहुंचाया है. सरकार LIC और SBI जैसे भरोसेमंद सार्वजनिक संस्थानों को अपने चुने हुए दोस्तों के स्वामित्व वाली ऐसी कंपनियों में निवेश करने के लिए मजबूर करती है जिनका प्रबंधन खराब है. विशेषज्ञ भी इस बात को लेकर सावधान हैं कि धन का एक बड़ा हिस्सा केवल सरकार के दोस्तों तक पहुंचता है.
सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा,
पहले तीन सवालअडानी महामेगा स्कैम पर पीएम की चुप्पी ने हमें 'हम अडानी के हैं कौन' नाम की एक सीरीज शुरू करने के लिए मजबूर किया है. हम आज से हर रोज पीएम से तीन सवाल करेंगे.
सरकार क्या कह रही है?"1. विनोद अडानी पर कई बड़ी धोखाधड़ी में शामिल होने के आरोप हैं. आपने अक्सर भ्रष्टाचार से लड़ने में अपनी ईमानदारी और 'नीयत' के बारे में बात की है. देश को नोटबंदी की भारी कीमत भी चुकानी पड़ी. इस बारे में हमें अपनी जांच की गुणवत्ता और ईमानदारी के बारे में बताएं?
2. आपने CBI, ED और DRI का दुरुपयोग किया है. अडानी ग्रुप के खिलाफ इतने सालों से लग रहे गंभीर आरोपों की जांच के लिए क्या कार्रवाई की गई है?
3. ये कैसे संभव है कि अडानी ग्रुप इतने लंबे समय तक गंभीर जांच से बचता रहा?"
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टाइम्स नाऊ को दिए एक इंटरव्यू में इस मुद्दे से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की सरकारों ने खुद पोर्ट और अन्य प्रोजेक्ट के लिए एक ही ग्रुप को जमीन सौंपी.
अडानी ग्रुप को फेवर करने की बात पर सीतारमण बोलीं कि मोदी सरकार के सारे प्रोजेक्ट ओपन टेंडर प्रक्रिया के जरिए गुजरते हैं. उन्होंने विपक्ष पर संसद में हंगामा करने और जरूरी मुद्दों पर चर्चा से ध्यान भटकाने का आरोप भी लगाया. कहा कि नियामकों को समय पर कार्रवाई करनी चाहिए और बाजारों को स्थिर रखने के लिए काम करना चाहिए. सीतारमण ने कहा कि वो पहले कह चुकी हैं कि इससे देश की अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं होगा.
अडानी पर सरकार और विपक्ष के बीच बयानबाजी अभी और चलेगी. खबर है कि विपक्षी सांसद 6 फरवरी को सुबह से संसद भवन में अडानी मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
वीडियो: अडानी पर बोलीं निर्मला सीतारमण, 'देश की अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं'